राजेश्वरी उईके।
कोयलीबेड़ा (कांकेर),
दिनांक 12/12/2023, बेचाघाट जनांदोलन समिति के अध्यक्ष अजीत नरेटी, उपाध्यक्ष मैनी कचलाम द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर पुलिस पर आरोप लगाया है कि कार्यकर्ताओं पर द्वारा झूठा प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने ने ओर कहा, बस्तर संभाग में बेचाघाट जनांदोलन की द्वितीय वर्षगांठ मना कर वापस लौट रहे ओरछा एवं मोड़ोनार जनांदोलन के कार्यकर्ताओं को दिनाक 10/11/2023 रावघाट एवं नारायणपुर पुलिस ने झूठा प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार किया है। आदिवासी निरन्तर अपनी जल जंगल जमीन आजीविका और अस्मिता को बचाए रखने के लिए कई महीनों एवं वर्षों से केंद्र व राज्य सरकार के विरोध में आंदोलनरत है। जहां आंदोलनकारी सरकार को चुनौती देते हुए नाकाम कर दिया है। सरकार अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए तथा जनांदोलनो को कुचलने के लिए जगह जगह कैंप स्थापित कर आंदोलनकारियों को नक्सली या झूठा प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार कर रही है।
कांग्रेस हो या बीजेपी दोनों सरकारों में आदिवासियों का शोषण एवं मौत लिखी हुई है। चुनाव से पहले सरकारें अपनी अपनी घोषणा पत्रों में आदिवासियों का हितेशी होने का दावा करती है। परंतु आदिवासियों के साथ शोषण के अलावा कुछ हित नहीं होता। जनांदोलनकारियों की अवैध गिरफ्तारी का बेचाघाट संघर्ष समिति खंडन करते हुए घोर निन्दा करती है। आंदोलन कार्यकर्त्ताओं की तत्काल रिहाई की मांग करती हैं। तथा नारायणपुर जिला के DRG जवानों के हेड सुकु नुरेटी को बर्खास्त करने तथा कटोरतम सजा देने की भी मांग करती हैं। और उन्होंने सभी सामाजिक कार्यकर्ता, मानवाधिकार, छात्र नवजवानों, बुद्धिजीवियों और पत्रकार मीडिया बंधुओं से अपील है कि आदिवासियों की सचाई की लड़ाई में साथ देकर शोषण के खिलाफ आवाज बुलंद करे।