संवाददाता अनिल कुमार हांसदा।
गोमिया/बोकारो (झारखंड)। दिनांक 27/12/2023, गोमिया विधानसभा क्षेत्र के ग्राम सिमराबेड़ा निवासी 60 वर्षीय हराधन मांझी का 16 वर्षीय पुत्र स्वर्गीय रामू किस्कू का दिनांक 29 अप्रैल 2020 को बैल चराने के क्रम में वज्रपात से मृत्यु हो गई थी। प्राकृतिक आपदा से मृत्यु होने पर आश्रितों को सरकार द्वारा मिलने वाली बहुप्रचारित अनुदान हेतु मृतक के पिता श्री हराधन मांझी द्वारा 26 मई 2020 को अंचल कार्यालय में आवेदन दिया।
पीड़ित हराधन मांझी का उपर्युक्त आवेदन करीब ढाई साल तक संबंधित राजस्व उप निरीक्षक के पास पड़ा रहा। दिसंबर 2022 में पीड़ित के आग्रह पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता एवं झारखंड आंदोलनकारी इफ्तिखार महमूद ने जब हस्ताक्षेप किया,तब कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की गई। अंचल कार्यालय द्वारा करवाई संपन्न करने के बाद अग्रतार कार्रवाई हेतु अभिलेख संख्या 32/2023 -24 को तात्कालिक अंचल अधिकारी ने पत्रक 995 दिनांक 9/6/23 के द्वारा अनुमंडल पदाधिकारी बेरमो को भेजा। किंतु अभिलेख मेअप्रत्याशित गड़बड़ी पाई गई। अभिलेख में आवेदक हराधन मांझी के जगह वीरेंद्र महतो और मृतक रामू किस्कू के जगह नीलू महतो का नाम दर्ज कर दिया गया किंतु स्वीकृति प्रपत्र में एवं प्रपत्र-3 में हराधन मांझी एवं मृतक रामू किस्कू का नाम दर्ज किया गया।
उपर्युक्त गड़बड़ी के कारण भूमि सुधार उपसमाहर्ता ने दिनांक 16 जून 23 को अभिलेख को वापस गोमिया अंचल को लौटा दिया। दिनांक 19 अगस्त 23 को उक्त अभिलेख को पुण: एसडीओ को भेजा गया किंतु इस बार भी अभिलेख त्रुटिपुर्ण पाया गया। फलस्वरुप एसडीओ को अभिलेख वापस गोमिया अंचल पुण:लौटना पड़ा।
भाकपा के वरिष्ठ नेता एवं झारखंड आंदोलनकारी इफ्तिखार महमूद ने इस संवाददाता को बतलाया कि गोमिया के राजस्व कर्मी सर्वसाधारण को तंग करने का काम किया करते हैं। उन्होंने कहा कि राजस्वकर्मी, जिसमें अंचल के प्रभारी अंचल निरीक्षक सर्वमुख है, के कार्यों का, खास कर जांच प्रतिवेदनों का जांच किया जाए तो अप्रत्याशित अनियमितताएं उभर कर सामने आएगी। श्री महमूद ने नव प्रतिस्थापित अंचल अधिकारी श्री प्रदीप कुमार से अपने स्तर पर मामले को देखने का आग्रह किया है।