विशेष संवाददाता राजेंद्र मंडावी।
कांकेर (छत्तीसगढ़)। दिनांक 17/05/2024, ईंट भट्ठे संचालको के द्वारा बड़े पैमाने पर बेलगाम घोड़े के माफी ईंट भट्ठों का किया जा रहा हैं संचालन भट्ठे संचालकों के पास न ही ईंट के निर्माण का लाइसेंस हैं। और न ही पर्यावरण क्लियरेंस इसके बावजूद भी ठेकेदारों द्वारा शासन/प्रशासन के नाक नीचे बड़े पैमाने पर भट्ठों का निर्माण किया जा रहा हैं।
ईंट भट्ठों से निकलने वाली धुआँ से आस- पास के ग्रामीणों, जीव, जंतुओं व पर्यावरण प्रदुषण में लगातार समस्या उतपन्न हो रही हैं। शासन द्वारा मिट्टी से बनने वाली लाल ईंटो के निर्माण पर उच्चन्यायालय, पर्यावरण व खनिज विभाग के नियमों का हवाला देते हुए शासन द्वारा मिट्टी से बने लाल ईंटो पर पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया हैं। इसके बावजूद जिले भर में धडल्ले से बड़े पैमाने पर लाल ईंटो का निर्माण किया जा रहा हैं।वही ठेकेदारों को इस अवैध कारोबार को अंजाम देने में खनिज विभाग व प्रशासन का हर तरह से संरक्षण प्राप्त है। इसलिए संचाकलो में अवैध लाल ईंट भट्ठियों पर कार्यवाही को लेकर शासन प्रशासन का कोई डर-भय नही हैं। क्यों कि जिस विभाग के जिम्मेदार अधिकारी को इस अवैध कारोबार पर रोक लगाने का अधिकार हैं। पर खनिज विभाग इन अवैध ईंट निर्माण पर किसी प्रकार से कोई रुचि नही ले रहे हैं। इसके चलते पूरे जिले भर में बिना किसी रोक-टोक के नियमों/कायदों को अनदेखा कर कार्य धड़ल्ले से चल रहा हैं। जिसके चलते जिले भर में निर्माणधीन निजी व सरकारी भवनों पर भी प्रतिबंध होने के बावजूद लाल ईंट से ही निर्माण कार्य कराया जा रहा हैं। खनिज विभाग के जिम्मेदार अधिकारी अवैध लाल ईंट भठ्ठियों पर कार्यवाही नही किये जाने के कारण भंट्टा संचालक खाली पडे, जमीन, खेत, जंगल में बैखोफ होकर ईंट भट्ठे बना रहे हैं। व परिवहन कर सप्लाई कर रहे हैं।