संवाददाता भानुप्रताप सिंह।
सूरजपुर (छत्तीसगढ़)। मानी पोड़ी में उप तहसील स्तरीय महारानी दुर्गावती बलिदान दिवस कार्यक्रम मनाया गया। कार्यक्रम प्रारंभ पेन ठाना में पुरखा शक्ति की अर्जी विनती किया और महारानी दुर्गावती चौक में सतरंगी ध्वज फहराया गया।
सोशल एक्टिविस्ट बीपीएस पोया ने कहा कि गोंडवाना साम्राज्य की वीरांगना महारानी दुर्गावती अपने राष्ट्र हित के लिए अमर हों गई। रानी दुर्गावती भारत की महान नारी शक्ति में से एक थी। जिन्होंने मुगल शासकों के सामने झुकी नही और युद्ध में लड़ते लड़ते वीरगति को प्राप्त हों गई। रानी दुर्गावती धैर्य, साहस, वीरता, प्राक्रम, शोर्य की गौरवशाली इतिहास स्वर्ण अक्षरों में अंकित रहेगा। वर्तमान भारतीय समाज को रानी दुर्गावती से सीख लेना चाहिए और अपने संस्कृति, अधिकारों के प्रति जागरुक होना चाहिए। उन्होंने आगे बताया की विगत वर्षो से महारानी दुर्गावती सेवा समिती की ओर से क्षेत्र के प्रतिभावान छात्र छात्राओं, 10वीं, 12वीं 75% से अधिक प्राप्त अंक मेधावी छात्र, नवोदय, एकलव्य, प्रयास में चयनित युवाओं, कला खेल, किसान कर्मचारी को पुरस्कार प्रशस्ति प्रमाण पत्र, मेडल कॉपी पेन डिक्शनरी दिया गया। जिससे समाज में शिक्षा के प्रति भावी युवा पीढ़ी प्रोत्साहित हों।
अतिथियों ने सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, विषयों पर अपनी बात रखी। महरानी दुर्गावती सेवा समिती, छत्तीसगढ़ गोंड कर्मचारी कल्याण परिषद का विषेश योगदान रहा। कार्यक्रम में डॉ0 केएस परस्ते, राजीव कुमार सिंह, अंगू पैकरा, बलराम नेटी, चंद्रविजय आरमो, शिवभजन पोर्ते, मान सिंह मरकाम, उमाशंकर देवांगन शिवमंगल मरकाम, रविशंकर टेकाम, बोधन राम पोर्ते, मोतिलाल आयाम, अजय पोर्ते, नेतराम, भवन, जगदीश, करन उइके सरगुजहिया लोक श्रृंगार सांस्कृतिक टीम अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।