संवाददाता जैनसिंग मरकाम।
कांकेर,
(छत्तीसगढ़)। मुख्यालय से महज 4-5 किलोमीटर दूर स्थित इच्छापुर ग्राम
पंचायत से लेकर मलंजकुडुम तक की सड़क की हालत अत्यंत खराब हो चुकी है।
गड्ढों से भरी यह सड़क न केवल ग्रामीणों के लिए बल्कि स्वास्थ्य और शिक्षा
विभाग के कर्मचारियों के लिए भी मुश्किलें पैदा कर रही है। स्थानीय युवा
पवन कांगे और प्रहलाद उसेण्डी ने बताया कि सड़क की बदतर स्थिति के कारण कई
लोग गड्ढों में गिरने को मजबूर हो रहे हैं। इस मार्ग से बड़े क्षेत्र और
आस-पास के कई गांवों के लोग कांकेर जिला मुख्यालय तक पहुंचते हैं, लेकिन
लगातार दुर्घटनाओं का सामना कर रहे हैं। शासन और प्रशासन से अनुरोध है कि
जल्द से जल्द इस सड़क की मरम्मत की जाए। समस्याओं का विस्तार निम्न अनुसार
है।आवागमन में असुविधा :
गड्ढों और टूट-फूट की वजह से वाहनों की आवाजाही बाधित हो रही है। खासकर
बारिश के मौसम में समस्या गंभीर हो जाती है, जिससे ग्रामीणों को कांकेर
जिला मुख्यालय तक पहुंचने में अधिक समय और कठिनाइयों का सामना करना पड़ता
है।
दुर्घटनाओं का खतरा :
सड़क की खराब स्थिति के चलते दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। विशेषकर रात
में रोशनी की कमी होने से वाहन चालकों को दिक्कत होती है, जिससे चोटिल होने
की घटनाएं बढ़ रही हैं।
आपातकालीन
सेवाओं पर प्रभाव: खराब सड़क के कारण एम्बुलेंस और अन्य आपातकालीन सेवाओं
को विलंब का सामना करना पड़ता है, जिससे गंभीर मरीजों और जरूरतमंदों की जान
खतरे में पड़ जाती है। अस्पताल और अन्य आवश्यक सेवाओं तक पहुंचने में
ग्रामीणों को बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
व्यापार
और आजीविका पर असर : किसानों और व्यापारियों को अपनी सामग्री बाजार तक ले
जाने में कठिनाई हो रही है। इससे उनके माल की गुणवत्ता खराब हो जाती है और
परिवहन लागत बढ़ जाती है, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान हो रहा है।
ग्रामीणों
ने प्रशासन से आग्रह किया है कि इस सड़क की मरम्मत और पुनर्निर्माण का
कार्य जल्द से जल्द शुरू किया जाए, ताकि उनकी समस्याएं कम हो सकें और
दुर्घटनाओं से बचा जा सके। ग्रामीणों को उम्मीद है कि प्रशासन जल्द
हस्तक्षेप करेगा और उनकी समस्याओं का समाधान करेगा, जिससे उनका जीवन सुगम
हो सके।