राजअनिल पोचमपल्लीवार।
जिल्हा ब्यूरो प्रमुख गड़चिरोली (महाराष्ट्र)। जिले के कमलापुर गांव में स्वास्थ्य सेवाओं की घोर लापरवाही के कारण 20 वर्षीय करुणा पोरामालु निलो की मौत हो गई। यह घटना न केवल स्थानीय प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े करती है, बल्कि ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था की खस्ताहाल स्थिति को भी उजागर करती है।
घटना का पूरा विवरण
ग्राम कमलापुर निवासी करुणा पोचमलू निर्ला घरेलू विवाद के चलते विष का सेवन कर लिया। परिजनों और गांव के उपसरपंच ने तत्काल उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, कमलापुर पहुंचाया। लेकिन वहां वैधकीय अधिकारी अनुपस्थित मे आरोग्य साहयक और कर्मचारी उपस्थिति थे मगर जरूरी चिकित्सा सुविधाएं, रुग्णवाहिका उपलब्ध नहीं थीं। मरीज की हालत गंभीर होने पर उसे एक निजी वाहन से अहेरी उपजिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
ग्राम पंचायत ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
ग्राम पंचायत कमलापुर ने इस घटना को लेकर जिला प्रशासन को पत्र लिखते हुए स्वास्थ्य सेवाओं की कमी के लिए जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की है। पंचायत ने जोर दिया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों, एंबुलेंस और बुनियादी चिकित्सा उपकरणों की भारी कमी है, जिससे ऐसी दुखद घटनाएं हो रही हैं। इस घटना के बाद गांव में शोक और आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की लचर व्यवस्था के कारण लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है। गांव के लोगों ने स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।
प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
अब तक जिला प्रशासन की ओर से कोई ठोस बयान या कदम नहीं उठाया गया है। यह घटना ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता को फिर से रेखांकित करती है।
क्या मिलेगा न्याय ?
ग्रामीणों की मांग है कि दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों पर तुरंत कार्रवाई की जाए और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। यह देखना बाकी है कि जिला प्रशासन इस पर क्या कदम उठाता है या यह मामला भी अन्य घटनाओं की तरह अनदेखा कर दिया जाएगा। वहीं अधिक जानकारी हेतु वैधकीय अधिकारी मानकर से संपर्क करने पर बोले की THO के अहवाल आने के बाद बात करूंगा। अभी मैं कुछ नही बोल सकता।