संवाददाता गेंदालाल माकोडे़।
धामनोद (धार)। महेश्वर तहसील जिला खरगोन की ग्राम पंचायत बबलाई में 12मार्च बुधवार को पहली बार भव्य भगोरिया पर्व का आयोजन हुआ। इस अवसर पर आदिवासी समुदाय के लोग बड़ी संख्या में भगोरिया हाट में पहुंचे। सुबह 11 बजे से शाम 7 बजे तक चले इस आयोजन में पारंपरिक वेशभूषा में सजे आदिवासी समुदाय के लोगों ने ढोल-मांदल की थाप पर जमकर नृत्य किया। कार्यक्रम की शुरुआत टंट्या मामा की स्मारक की पूजा-अर्चना से हुई। यह आयोजन ग्राम पंचायत बबलाई के साथ जय आदिवासी युवा शक्ति महेश्वर, एकलव्य आदिवासी भील सेवा समिति, बिरसा ब्रिगेड और नेचुरल कम्युनिटी महेश्वर ने मिलकर किया।
भगोरिया पर्व मध्य प्रदेश के आदिवासी क्षेत्रों में होली से पहले मनाया जाता है। यह आदिवासी संस्कृति और परंपरा का प्रतीक है। इस दौरान लोग अपनी पारंपरिक वस्तुओं का व्यापार भी करते हैं। सुरक्षा व्यवस्था के लिए महेश्वर थाना प्रभारी जगदीश गोयल के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात रहा। एकलव्य आदिवासी भील सेवा समिति के अध्यक्ष राजाराम मोहरे और जयस महेश्वर तहसील अध्यक्ष जितेंद्र बारिया ने सभी का आभार जताया। इस आयोजन ने न सिर्फ आदिवासी समुदाय को अपनी संस्कृति का जश्न मनाने का मौका दिया, बल्कि विभिन्न समुदायों के बीच एकता को भी बढ़ावा दिया। इस भव्य भगौरिया पर्व में संकरी बाई दशरथसिंह रावत सरपंच बबलाई, एकलव्य आदिवासी भील सेवा समिति समन्वयक कालूराम वर्मा, पूर्व सरपंच गजानंद भाभर मोहना , मोहनसिंह चौहान सरपंच चोली, भीमसिंह गिरवाल जयस अध्यक्ष महू, भीम वर्मा जयस अध्यक्ष बबलाई , गोपाल ओसारी जयस जिला उपाध्यक्ष खरगोन, दिलीप भूरिया, मुकेश भूरिया, नानूराम भूरिया, राजेश पंवार सहित हजारो की संख्या में समाजजन उपस्थित रहे।