संवाददाता, रोहित भोई।
जिला संबलपुर/ओडिशा। रेढ़ाखोल बन क्षेत्र में बहुत ज्यादा महुआ पेड़ है।हर साल पहले जनवरी महीना में महुआ पेड़ से भरपूर फूल अति है। मार्च महीना में लोक महुआ फूल बहुत संग्रह करते है।सारे महिलाओं को दस हजार से बीस हजार रुपया तक महुआ फूल इनकम दिती है। आदिवासी महिलाओं के लिए महुआ मूल्यवान प्राकृतिक संपदा है। महुआ फूल से शराब बनता है और खाते है। आदिवासियों का आहार है। सृष्टि में ये ऐसा एकमात्र महुआ फूल है 365 दिन के बाद आदिवासी पूजन में लगे रहते है। यहां पचास रुपए तक पर किलोग्राम बेचते हैं। सरकार तरफ से कोई मंडी व्यवस्था नहीं है। स्थानीय व्यापारी बहुत कम दाम, बीस बाइस रुपए में खरीद रहे हैं। केंदू पत्तों का सरकारी फड़ी मंडी में लोग देते है। इसी प्रकार महुआ फूल के लिए मंडी व्यवस्था करनेके लिए जनसाधारण प्रतिक्रिया प्रकाश किया है।