संवाददाता अशोक मुंडा
22/03/2024
रांची झारखंड
झारखंड के रांची सिरम टोली में केंद्रीय सरना स्थल के सामने बन रहे फ्लाईओवर रैम्प हटाने को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है, जिसको लेकर आदिवासी संगठनों के द्वारा 17 मार्च को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और सभी विधायकों का शव यात्रा निकालकर सभी चौक चौराहों में पुतला दहन किया गया था, और सरकार को संदेश देने का काम किया गया था, कि अगर सरना स्थल के सामने से रैंप नहीं हटाया गया तो, 22 मार्च को राँची बंद किया जायेगा, जो झारखंड विधानसभा सत्र में इस मामले को रांची के विधायक सीपीसी के द्वारा भी उठाया गया था, जिसे संज्ञान में लेते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कल्याण मंत्री चमरा लिंडा के द्वारा कहा कि इस पर जल्द ही पहल किया जाएगा, लेकिन इस पर कोई पहल नहीं की गई जिससे आदिवासी संगठन इसका लगातार विरोध करते आ रहे हैं, आगामी 1 अप्रैल 2025 को रांची में सरहुल शोभा यात्रा से पहले रैम्प हटाने को लेकर झारखंड के विभिन्न आदिवासी सामाजिक संगठनों खासकर भारत आदिवासी पार्टी और आदिवासी जन् परिषद आदिवासी छात्र संघ झारखंड उलगुलान मोर्चा के द्वारा सिरम टोली फ्लाइओवर रैंप विवाद को लेकर 21 मार्च को मसाल जुलूस निकालकर 22 मार्च को संपूर्ण रांची बंद करने का आह्वान किया गया था जिसका असर रांची के कई इलाकों में देखने को मिला,
रांची बंदी में भारत आदिवासी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष प्रेमसाही मुंडा एवं आदिवासी जन परिषद के महासचिव प्रकाश मंडा केंद्रीय सरना समिति के बबलू मुंडा जगलाल पाहन,कुंद्रेशी मुंडा के नेतृत्व में और तमाम आदिवासी संगठनों के युवक शामिल होकर करम टोली चौक में आने जाने वाले वाहनों को रोक दिया है, और जमकर नारेबाजी करते आदिवासी हॉस्टल होते हुए अल्बर्ट एक्का चौक पहुंचे जहाँ अतिरिक्त पुलिस बल को मौके पर तैनात कर दिया गया था,वहीं, समर्थकों ने मुख्य सड़क पर टायर जलाकर आवागमन रोक दिया. मुख्य चौक चौराहों की दुकानें बंद दुखने को मिला वहीं, सिरमटोली चौक पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम था स्टेशन की तरफ आने-जाने वाले ऑटो रिक्शा का परिचालन सामान्य दिनों की तरह दिखा,कोकर चौक पर भी बंद के समर्थकों ने टायर जलाकर चक्का जाम कर दिया. चौक चौराहों में संचालित दुकानों को बंद कराया. इस बीच कई इलाके जैसे कि अरगोड़ा चौक, किशोर गंज चौक पर वाहनों का परिचालन सामान्य है. वहीं, पिस्का मोड़, कांटा टोली चौक पर बंद समर्थक सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किए,इस वजह से राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पडा,
संम्पूर्ण राँची बन्द को लेकर कांके रोड सरना समिति के अध्यक्ष डब्लू मुण्डा के नेतृत्व में सैकड़ो लोग चाँदनी चौक से मुख्यमंत्री आवास से होते हुवे कांके चौक तक मोटर साईकिल जुलूश निकाल कर कांके रोड को बन्द कराया और स्कूल बस,एम्बूलेंस,दवाखाना इत्यादि आपातकाल सेवाओं को फ्रि छोड़ दिया गया।
कांके रोड सरना समिति के अध्यक्ष डब्लू मुण्डा ने कहा कि आदिवासी समाज बहूत शांति प्रिय लोग होते है हम विकास विरोधी नही है मगर विकास के नाम पर हमारे धार्मिक स्थल को अतिक्रमण करके विकास किया जाऐगा तो हम बिल्कूल शांत नही बैठने वाले है।हमें बिरसा,मुण्डा,सिद्धू कान्हू,चाँद भैरव,वीर बुधू भगत,तिलका मांझी,बनने में सरकार मजबूर ना करे।
कार्यकारी अध्यक्ष शशी मुण्डा ने कहा की यह लड़ाई आदिवासियों के आस्था से जुड़ा है इसलिए सिरमटोली सरना स्थल के पास से जो रैंम्प उतारा गया है उसे झारखण्ड सरकार जल्द हटाऐ नही तो अब लड़ाई आर या पार की होगी।मोटर साईकिल जुलूस में मुख्य रूप से अध्यक्ष डब्लू मुण्डा,कार्यकारी अध्यक्ष शशी मुण्डा,सचिव रंजीत पहान, महासचिव राजेश लकड़ा,पहान पिंकल पहान,उपाध्यक्ष लखन मुण्डा,सतिश खलखो,प्रकाश टोप्पो,अमित खलखों,सोमरा मुण्डा,फागू मुण्डा,विशाल लिण्डा,राहूल लोहरा,रोहित कच्छप,सुजीत मुण्डा,सुनील उराँव,अमन हेमरोम,कृष्णा लोहरा,इत्यादि पदाधिकारी मौजूद थे,
रांची बंदी में आए विभिन्न आदिवासी संगठनों ने कहा कि अगर इस पर जल्द पहल नहीं की जाती है, तो आदिवासी संगठनों के द्वारा रैंप हटाने को लेकर जल्द ही प्रेस कॉन्फ्रेंस किया जाएगा और आगे की रणनीति बनाकर रैंप हटाने को लेकर विचार विमर्श किया जाएगा,