संवाददाता, रोहित भोई।
जिला संबलपुर/उड़ीसा। पिछले कुछ दिनों से रेढ़ाखोल वन क्षेत्र के छह रेंजों के जंगल में आग लगी हुई है। जंगल में आग लगने का सटीक कारण ज्ञात नहीं है लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि कुछ लोग केंदू के पत्तों और महुआ के फूलों को संग्रह करने के लिए जंगल में आग लगा रहे हैं। जब साधारण लोग के नजर में आग लगे हुए दृश्य देखते हैं तुरंत वन विभाग को मोबाइल फोन के माध्यम से जोगाजोग करने के लिए बारंबार प्रयास किया जाता है, लेकिन नेटवर्क न होने से कारण सब चीज को हानि पहुंची है। कल रात नौ बजे गिरीशचंद्रपुर रेंज अंतर्गत हिरालोई धोबाकटा जंगल में आग लगी हुई थी। उसी समय स्थानीय माछडीह गांव का युवक गौतम बीसी जंगल को बचाने के लिए बहुत प्रयास के बाद जलती हुई आग को कंट्रोल किया है। अगर उसी प्रकार सब लोग वन प्रशासन के साथ मिल के काम करेंगे तो इस तरह जंगल में लगने वाली आग से जंगल को बचा पाएंगे। युवक गौतम बीसी एक उदाहरण है, क्योंकि अंधेरी रात में जंगल में अकेले ही आग लगी आग को बुझाता रहा। उनके पहले कई बार मोबाइल नेटवर्क खोज कर वन विभाग को सूचना देने का प्रयास किया, अनेक बार वन विभाग को अपनी फोन में तुरन्त आग लगने की खबर देना के लिए कोशिश किया। पांच-छह मीटर से अंदर एक बी एस एन एल नेटवर्क टॉवर चालू है। लेकिन किसी काम का लायक नहीं है। गौतम बीसी जंगल को लेकर अपनी प्रतिक्रिया गण माध्यम जरिए प्रशासन को देते हैं कि जंगल को बचाना जितना जरूरी है, उतना जरूरी है नेटवर्क।