पचोर/आज पृथ्वीराज इलेक्ट्रिक पर शिक्षा के अग्रदूत,नवजागरण के महान मानवतावादी व शिक्षा क्रांति के अग्रणी महात्मा ज्योतिबा फुले की जन्म जयंती मनाई गई |
गुना से आए राधेश्याम चंदेल ने कहा कि महापुरुषों से हमें सीखना चाहिए कि हमारे महापुरूषों ने क्या-क्या किया है | हम जानते हैं एक समय जब महिलाओं एवं बच्चों को पढ़ने लिखने का कोई अधिकार नहीं था ऐसे समय में ज्योतिबा राव फुले ने अपनी पत्नी सावित्रीबाई फुले को शिक्षा दी और दोनों ने मिलकर स्कूल खोलें महिलाओं व बच्चों को पढ़ाया | उन्होंने बाल विवाह पर रोक लगाया, विधवा पुनर्विवाह के लिए आजीवन संघर्ष किया और उसमें सफलता भी हासिल की ऐसे महान मनीषी की हम महापुरुषों के जीवन संघर्ष और विचारों से सीख लेकर आज हमें समाज को बेहतर बनाने के लिए आगे आने की जरूरत है जिला अध्यक्ष पालक महासंघ इंजीनियर सत्येंद्र जाटव ने कहा की आने वाली पीड़ी को आगे आकर ऐसे महापुरुषों की जन्म जयंती माननी चाहिए | जिला उपाध्यक्ष पालक महासंघ देवेंद्र सिंह भिलाला ने कहा की शिक्षा की बदोलत हम आज डॉक्टर, इंजीनियर,वकील टीचर एवं आईएएस, आईपीएस अधिकारी कर्मचारी, पंच-सरपंच जिला पंचायत से लेकर राष्ट्रपति बन अपने समाज व देश का नाम रोशन कर रहे हैं व महिलाओं को समानता का अधिकार दिलवाले में सावित्रीबाई फुले की अहम भूमिका रही है | ऐसे महापुरुष ज्योतिबा फुले को सदर वंदन नमन करते है | इस मौके पर पालक महासंघ जिला सचिव समंदर सिंह भिलाला, कमल विश्वकर्मा, शाहिद भाई, पवन कुशवाह आदि लोग उपस्थित हुए |