संवाददाता,देवेंद्र सिंह भिलाला दिनांक14/04/2025 जिला राजगढ़/मध्य प्रदेश
आज पचोर अंबेडकर पार्क में संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर साहब की जयंती मनाई गई |
राकेश मालवीय ने कहा की सबसे बदनसीब समाज वो होता है जो अपने ही मसीहा के करिश्मे को भूल जाता है,हम एक बदनसीब मुल्क में तब्दील हो गये हैं, हमें ना अपने पुरखों की विरासत की सही खबर है, ना सही कदर है | उन्होंने पंक्तियों में कहा कि "यह रुतबा जो तेरे संविधान से मिला, औरो को मिला होगा तो मुकद्दर से मिला, मुझे तो मुकद्दर भी तेरे संविधान से मिला"| सेवादल कांग्रेस जिला अध्यक्ष पंडित देवेंद्र पाराशर ने कहा की जिससे कि आज पूरा देश चल रहा है उस महान महाआत्मा डॉक्टर अंबेडकर जी की जयंती है सहाब ने सभी समाजों को साथ लेकर सभी को समानता का अधिकार दिलाया है परंतु कुछ असामाजिक तत्व संविधान को बदलने की बात करते हैं हम ऐसा नहीं होने देंगे | कांग्रेस st सेल जिला अध्यक्ष देवेंद्र सिंह भिलाला ने कहा वे कबीर का अमरदेसवा और संत रैदास का बेग़मपुरा चाहते थे, एक ऐसा भारत जहाँ मनुष्य-मनुष्य के बीच कोई सीढ़ी, कोई दीवार न हो. ख़ास तौर से वो सीढ़ीदार ग़ैर बराबरी ना हो जो भारत की वर्ण व्यवस्था और जाति व्यवस्था ने बनाई है. अबेडकर की नज़र से देखें तो वर्ण और जाति असल में अव्यवस्थाएँ हैं, व्यवस्थाएँ नहीं | प्रदेश सचिव नीलू दुबे ने महिला कांग्रेस की ओर से सभी को बधाई दी | जिला महामंत्री राधेश्याम सोमतीय ने कहा की गांधी ने दांडी मार्च किया, नेहरू ने पंचवर्षीय योजनाएँ बनाईं, उन सबका योगदान ज़रूरी था. हमें उनकी मेहनत और उपलब्धियों को भी कम करके नहीं देखना चाहिए. भारत को बनाने और चलाने में उनका अपना महत्व है | लेकिन अंबेडकर ने एक ऐसी ज़मीन तैयार की जिस पर एक सफाईकर्मी से लेकर एक वैज्ञानिक तक, सब बराबरी से खड़े हो सकें. उन्होंने सिर्फ़ संविधान नहीं लिखा, उन्होंने उस अस्मिता को भी रूप और आकार दिया जिसे सदियों से कुचल दिया गया था. और इसीलिए उन्हें महान कहने में दिक्कत होती है | क्योंकि भारत में महानता भी जाति का प्रमाण पत्र मांगती है | मनीष यादव (कर्नल) ने कहा कि आज जो देश चल रहा है वह बाबा साहब के संविधान की दिन से ही चल रहा है, जो सभी को समानता के सूत्र में बांधे रखा है | महेश मालवीय ने कहा किये सच है कि प्रचलित अर्थों में उन्होंने कोई तीर नहीं मारा. पर उन्होंने वह दिशा दी जिसमें हर तीर निशाने पर लगता है. उन्होंने मंदिर नहीं बनवाया, पर एक ऐसा संविधान बनाया जिसमें हर इंसान का मंदिर मस्जिद आदि सुरक्षित रह सकता है | ऐसे महान इंसान थे डॉक्टर भीमराव अंबेडकर साहब | उक्त जयंती में महिलाओं ने बड़चड़ कर हिस्सा लिया वास्तव में बाबा साहब ने जो अधिकार महिलाओं को दिया वह आज सिद्ध हो गया,की महिलाये भी किसी से काम नहीं है | पार्क में उपस्थिति सदस्य जनपद सदस्य बनवारी मालवीय, अमित मेहता, राकेश जाटव, भूरान भाई, पार्षद अमन मुदेरिया, जाकिर भाई, फूलचंद महावर आदि समाज जनउपस्थिति हुऐ |