सर्व आदिवासी समाज ने समाज की बैठक उपरांत सामाजिक नियमावली बनाकर कलेक्टर के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा
देवास। सर्व आदिवासी समाज द्वारा कलेक्टर के नाम तहसीलदार सपना शर्मा को ज्ञापन सौंपा गया । ज्ञापन में आदिवासी समाज में व्याप्त सामाजिक कुरीतियों को खत्म करने के लिए कलेक्टर से प्रशासनिक मदद की गुहार लगाई। भील आदिवासी समाज के कमल डोडवे द्वारा बताया गया कि मंडी प्रांगण बागली में भील समाज की बैठक रखी गई थी। जिसमें देजा (दहेज) डीजे और दारू पर प्रतिबंध लगाए जाने को लेकर सामाजिक नियमावली तैयार की गई जिसका पालन करवाने के लिए आज कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया है। ज्ञापन में बताया गया कि समाज की कुरीतियों को समाप्त करने के लिए आप हमारी प्रशासनिक मदद करें। जिले के समस्त थानों, चौकियों, एसडीएम तथा तहसील कार्यालयो में दहेज, डीजे और दारू पर प्रतिबंध लगाने हेतु निर्देशित करने का कष्ट करें। समाज के शालिग्राम जनपद सदस्य द्वारा बताया गया कि समाज में विवाह के समय लड़की पक्ष द्वारा अत्यधिक देजा(दहेज)लिया जाता है, शादियों में 6 -7 डीजे लाये जाते हैं, शराब भी अत्यधिक परोसी जाती है, जिससे समाज को अत्यधिक नुकसान हो रहा है। बच्चे ना पढ़ पा रहे हैं ना ही कोई रोजगार कर पा रहे हैं इसलिए कलेक्टर इसको तत्काल संज्ञान में लेकर गंभीरता पूर्वक विचार विमर्श उपरांत समाज की मदद करने का आग्रह करते हैं।
ज्ञान सिंह अजनारे आदिवासी एकता परिषद जिला अध्यक्ष ने कहा आदिवासी समाज में डी-3 यानी दहेज डीजे और दारु पर पूर्णरूपेण प्रतिबंध लगाने के लिए कमर कस ली है, बस कलेक्टर का प्रशासनिक अमला हमारी मदद करें तो सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं। इस अवसर पर राजु बामनिया, मुकेश बामनिया मोहन बामनिया सरपंच ,संतोष बुंदेला, ज्ञानसिंह अजनारे, राकेश देवडे बिरसावादी,प्रितम बामनिया, जायमल लहरिया, महेश डोडवे , नरसिंह भूरिया, अनिल बरला जयस, हुकुम मकवाना, दीपसिंह डोडवे, राहुल मावड़ा, विक्रम चंपालाल इत्या इत्यादि समाजजन उपस्थित रहे ।