जिला संवाददाता रवि चौहान।
जुल वानिया (बड़वानी)। मध्यप्रदेश में दहेज, डिजे और दारू के खिलाफ आदिवासियों ने खोला मोर्चा, इसको लेकर बड़वानी जिले के जुलवानिया नगर के समिप, ग्राम पंचायत देवला में आदिवासी भील समाज सुधार समिति द्वारा D3, दहेज डिजे और दारू पर अंकुश लगाएं जाने को लेकर बैठक आयोजित की गई। जिसमें समिति सदस्य व क्षैत्र के सैकड़ों समाजजन शामिल हुए....
नगर के समिप ग्राम पंचायत देवला में आदिवासी भील समाज सुधार समिति बड़वानी के किसनलाल बडोले, विजय वास्कले, जुल वानिया के सामाजिक कार्यकर्ता रवि चौहान व ग्राम पंचायत देवला कि महिला सरपंच श्रीमती सालुबाई पति लालसिंह कंनोजे, ग्राम पंचायत जुल वानिया के सरपंच प्रतिनिधि सुखलाल अमले, ग्राम पंचायत देवनली के सरपंच ग्यारसिंह चौहान के नेतृत्व में बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें सर्व समिति से आदिवासी भील समाज में बढ़ते मनमानी तरिके से लाखों रूपए दहेज लिया जा रहा था, जिससे आदिवासी समाज कि आर्थिक स्थिति से गरिब परिवार पर भारी संकटों का सामना करना पड़ता था, जिसको देखते हुए बैठक में यह तय किया गया है कि शादी में देजा दहेज कि राशि एक लाख पच्चीस हजार रुपए तय किया गया। वहीं अंग्रेजी शराब व डिजे पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगा। यदि समाज के कोई परिवार एक लाख पच्चीस हजार रुपए से अधिक देजा दहेज मनमानी तरिके से लेता है तो समिति व समाज कि और से पुलिस कार्यवाही का सहारा लिया जाएगा। यह निर्णय संपूर्ण बड़वानी जिले में लागु रहेगा। इस बैठक में उपस्थित - सामाजिक कार्यकर्ता रवि चौहान,श्रीमती सालुबाई पति लालसिंह कंनोजे - सरपंच देवला सुखलाल अमले - सरपंच प्रतिनिधि जुल वानिया ग्यारसिंह लाल चौहान - सरपंच देवनली , लालसिंह कंनोजे, मंशाराम मेवाडे पटेल लहडगांव हिरला मेहता पटेल गवहा, सोनार सिंह वास्कले पूर्व सरपंच हरिबड, बिसन रावत पटेल हलदड ,केकडया किराड़े, आदिवासी भील समाज सुधार समिति के किसनलाल बडोले, विजय वास्कले, तेनसिंह भावरे , आदिवासी समाज के वरिष्ठ जन उपस्थित रहे।